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Your Partner In Health For Life

Dhanvantri Healthcare is an institution which not only treats, but sets a benchmark in
international standards of healthcare technology, infrastructure and clinical care.

best private hospital in kanpur - Dhanvantri Healthcare
40+ years of excellence in performance in the Healthcare Industry, Awarded as Best hospital in Uttar Pradesh in the consecutive years 2019 & 2020 by Hon’ble Health Minister of UP & Deputy Chief Minister of UP simultaneously.

Our Strengths

Dhanvantri has grown from strength to strength but the values it has been built on remain the
same.

Commitment to Excellence

Our leadership comes together to deliver the best outcome in everything we do through
exemplary action and behavior.

Integrity and Honesty

Maintaining the highest levels of ethical standards, we keep the patient’s interests ahead of the
institution and demonstrating the courage to do only what is the right thing.

Compassion and Service

Fostering a culture where every one of us is committed to caring for patients and their
caregivers beyond our duty.

Collaboration, Learning & Innovation

Promote teamwork and collaboration, welcome change and creativity to encourage innovation
and seek better ways to achieve our goals.

डॉo सुनील कुमार दीक्षित

पिता: स्वo श्री प्रमोद नारायण दीक्षित

जन्म:05.07.1957

स्थान:कानपुर

शिक्षा:एमo बीo बीo एसo
एमoडीo(मेडिसिन)
पत्नी: डॉo सुषमा दीक्षित
पुत्र: डॉo एसo वेंकटेश्वर
पुत्री: डॉo सोनल दीक्षित

सफरनामा

डॉo सुनील कुमार दीक्षितने अपनी प्रारंभिक शिक्षा का सफर कानपुर के एलo पीo इंटर कॉलेज से शुरू किया था जहाँ उनकी स्कूलिंग हुई। बचपन से ही डॉo सुनील कुमार दीक्षित पढ़ाई में तेज रहे हैं और प्रारंभिक शिक्षा के उपरांत डॉo सुनील कुमार दीक्षित का मन एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में जाने का था जिसके लिए उन्होंने आईo आईoटीo प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और उत्तीर्ण किया। आईo आईoटीo खड़गपुर ज्वाइन करने के बाद कुछ पारिवारिक कारणों की वजह से वो कानपुर वापस आ गए। कानपुर वापस आने के बाद उनके सामने एक असमंजस की स्थिति थी कि अब क्या करना है, क्योंकि स्कूल में बायोलॉजी और मैथ्स दोनो लेकर इण्टरमीडिएट उत्तीर्ण किया था, इसलिए उन्होंने प्री मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) दिया एवं उसमें उत्तीर्ण हुए एवं गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में एमo बीo बीo एसo में दाखिला लिया। एमo बीo बीo एसo में हमेशा अच्छे अंक लेकर उत्तीर्ण होने एवं अपने क्लास में अव्वल आने के कारण उनको स्नातकोत्तर की एमoडीo(मेडिसिन) सीट के लिए सेलेक्ट किया गया। जिसके बाद उन्होंने गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज, कानपुर में दाखिला लिया और एमo डीo(मेडिसिन) की डिग्री प्राप्त की।इसके बाद ह्रदय एवं श्वास रोग पर रिसर्च करने के उपरांत दुनिया भर के कई संस्थानों से सम्मान प्राप्त हुआ। डॉo सुब्रमण्यम स्वामी जैसे विलक्षण एकडमिशन से उन्होने पहली बार गोल्ड मैडल मिला और ये सफर आगे यूँ ही चलता रहा।

जीवन का उद्देश्य एवं उपलब्धियां

“सन 1989″ में डॉo दीक्षित ने कानपुर शहर का आठवां(8th) अस्पताल, मार्बल मार्केट, किदवई नगर में अपनी स्वर्गीय माता जी के नाम गायत्री मिशन हॉस्पिटल की स्थापना की। डॉo सुनील कुमार दीक्षित की पत्नी डॉo सुषमा दीक्षित,जो की स्वयं कानपुर की जानी मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, ने उनका साथ हमेशा कन्धे से कंधा मिला कर दिया और एक ऐसा अस्पताल स्थापित किया जिसने दक्षिण कानपुर के लाखों लोगों को जीवन दान दिया। जब डॉo दीक्षित ने जब ये पाया कि सब स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवाएं दक्षिण कानपुर में बहुत ही ज्यादा खराब है एवं आमजन बहुत ज्यादा परेशान हैं तो उन्होंने बर्रा, यशोदा नगर और आगे जाकर नौबस्ता में भी अस्पताल स्थापित किए।”सन 2006″ में न्यू कबीरा हॉस्पिटल, बर्रा,”सन 2008” में कबीर हॉस्पिटल यशोदा नगर की स्थापना की।
“सन 2018” में जब ये देखा की दक्षिण कानपुर में सुपरस्पेशलिटी सुविधाएं बहुत ही खराब है जिसके कारण आमजनमानस को अक्सर दिल्ली या मुंबई जैसे बड़े शहरो में भागना पड़ता हैं, तो उनके द्वारा धनवंतरी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, नौबस्ता चौराहे पर स्थापित किया गया। धनवंतरी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल ने बहुत ही कम समय में अपना नाम कानपुर के उच्चतम अस्पतालों में स्थापित किया।
धनवंतरी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल अब दक्षिण कानपुर के सभी सुपरस्पेशलिटी डॉक्टर्स की पसन्दीदा जगह है।धनवंतरी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में आईंoसीoयूo की स्थापना के लिए देश एवं विदेश के कई इंटेंसिव केअर स्पेशलिस्ट से बात की गयी एवं उनके साथ डिजाइन फाइनल की गयी। धनवंतरी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल की ओoटीo देश के उच्चतम डेवलपर ने बनाई जो कि कानपुर की पहली फुल्ली एसo एसo सुपरस्पेशलिटी मॉड्यूलर ओoटीo हैं।

कोरोना काल मे जनसेवा

कोरोना काल आते ही डॉo दीक्षित के निर्देश पर धनवंतरी मेडिसिन सेंटर ने कानपुर एवं कानपुर के बाहर फंसे हुए लोगो को जो कि लॉकडाउन के दौरान फंस गए थे और उनको दवाई नही मिल पा रही थी उनको दवाई उपलब्ध कराई गई। इसके अलावा लॉक डाउन की वजह से खाने की समस्या को देखते हुए जनता रसोई की स्थापना की गयी जिसका मुख्य भोजन उपलब्ध करना था। वही केंसर रिबन सोसायटी ने कई छोटे-बड़े, सरकारी-गैर सरकारी संस्थानों में निःशुल्क सेनिटाइजेसन का कार्य किया जो कि अभी भी जारी है। धनवन्तरी ग्रुप में कार्यरत सभी कर्मियो को ये बात स्प्ष्ट कर दी जाती हैं । कि हमे मानव उत्त्थान के लिए ही कार्य करना है एवं अपने दिल व लगन से मरीजों की सेवा करनी है।

डॉo सुषमा दीक्षित
एमएस,ऑब्स एण्ड गायनी
पति का नाम डॉo एस के दीक्षित
फाउंडर

धनवंतरी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल

न्यू कबीरा हॉस्पिटल

धनवंतरी रेडियंस हॉस्पिटल
एक्सपीरियंस 35 साल

स्वस्थ होंगी महिलाएं तभी बनेगा सशक्त समाज

मौजूदा दौर में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सरकार और समाज महिलाओं के प्रति अपने नज़रिए में बदलाव ला रहा हैं महिलाओं की सेहत से जुड़े मसलों पर अब खुल कर बात होती हैं वहीं कानपुरजैसे शहर में ऐसे कई डॉक्टर हैं जो वर्षों से बिना किसी प्रचार या शोर शराबे के बेहद शांतिपूर्वक काम कर रहे हैं वर्षों की अपनी प्रेक्टिस में इन्होंने महिलाओं सेहत में सुधार लाने के लिए कई बड़े कदम उठाए जिनका असर अब दिखने लगा है ऐसे ही डॉक्टर्स में से एक है डॉo सुषमा दीक्षित जिन्हें महिलाओं के स्वास्थ्य सेवाओं का 35 वर्षों का अनुभव है उन्होने अपने काम को एक मिशन की तरह लिया और अपनी ज़िम्मेदारी को बखूबी निभाया जिसका असर समाज में भी दिखता है।

कानपुर को बनाया कर्मभूमि

डॉo सुषमा दीक्षित मूलरुप से लखनऊ की रहने वाली हैं उन्होंने इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज में 1985 में एमबीबीएस के बाद वही 1988 में ऑब्स एन्ड गायनी में पोस्ट ग्रेजुएशन किया इसके बाद उनकी शादी डॉo एस के दीक्षित से हुई तो वह कानपुर आकर ही बस गई गायत्री मिशन हॉस्पिटल में प्रेक्टिस शुरू की कानपुर ही कर्मभूमि बन गया मरीज़ो के इलाज उनकी बेहतर हेल्थ के लिए कई अवेयरनेस प्रोग्राम शुरू किए बस्तियों में ऐसी महिलाओं के लिए फ्री हेल्थ कैम्प भी लगाए जो महगे इलाज को अफोर्ड नही कर सकती थी उन्होंने साउथ सिटी में पहले फीटल मेडिसीन और हाई रिस्क प्रेग्नेंसी सेंटर की स्थापना की

समझी सामाजिक जिम्मेदारी

डॉo सुषमा दीक्षित ने अपनी क्लीनिक प्रेक्टिस के वर्षों के अनुभव के दौरान अपने बच्चों को भी मेडिकल के क्षेत्र में सेवाभाव क्या होता हैं इसकी पूरी शिक्षा दी डॉक्टरी के पेशे में पेशेन्ट के प्रति क्या जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से समझती है।

एक नम्बर पर हर समाधान

धनवन्तरी हेल्थकेयर की ओर से इस साल वीमेंस डे पर जननी स्कीम की शुरुआत की गई इस स्कीम के तहत एक फोन नम्बर 8081124045 जारी किया गया इस नम्बर पर महिलाएं फोन कर अपनी हेल्थ से जुड़ी हर तरह की परेशानी को साझा कर सकती हैं इन महिलाओं की समस्या का समापन फोन पर ही करने की कोशिश की जाती हैं वही अगर उस महिला को अस्पताल में आने की जरूरत है तो उसके घर के पास स्थित धनवंतरी हेल्थकेयर के चार में से किसी एक  हॉस्पिटल में भेज दिया जाता हैं इस स्किम के तहत  इलाज के सारी ज़िम्मेदारी लेडीज़ स्टाफ़ के पास ही होती हैं ऐसे मे महिला खुल कर अपनी परेशानी साझा कर सकती हैं उनकी हेल्थ से जुड़ी हर तरह की समस्या के समाधान के लिए डॉo सुषमा दीक्षित के साथ ही डॉo सोनल द्विवेदी, डॉo ममता कुमार, डॉo कौस्तुभ और डॉo खुशबु दीक्षित काम करते हैं इसके अलावा जननी स्किम के तहत महिलाओं में अवेरनेस के लिए गर्ल्स कॉलेज में भी कैम्प और लेक्चर प्रोग्राम ऑर्गनाइज किये जायेंगे

अफोर्डेबल ट्रीटमेंट विद केअर

धनवंतरी हेल्थकेयर अब सिर्फ साउथ सिटी में ही नहीं बल्कि पूरे कानपुर के लिए विश्वशनीय अफोर्डेबल और ब्रेस्ट हेल्थकेयर के क्षेत्र में मज़बूत पहचान बना चुका है सुपरस्पेशलिटी ट्रीटमेंट में भी किफायती हो इसका ध्यान रखा किदवईनगर में गायत्री मिशन हॉस्पिटल के बाद धनवंतरी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल धनवंतरी रेडिएंस हॉस्पिटल और न्यू कबीरा हॉस्पिटल भी लोगो के इसी भरोसे को बढ़ा रहा हैं।

सामाजिक पहल

  • एनीमिया से पीड़ित महिलाओं को फोलिक एसिड समेत कई तरह की दवाओं का फ्री वितरण
  • स्कूलों में गर्ल्स के लिए अवेयरनेस कैंप लगाना
  • स्लम एरियाज में महिलाओं के लिए फ्री हेल्थ चेक अप कैम के साथ भी जांच की सुविधा देना
  • कोरोना काल में जनता रसोई की शुरुआत
  • कोरोना पांडेमिक में टेलीमेडिसिन ओपीडी के जरिए इलाज घर तक पहुंचाई दवा
  • जननी स्कीम की शुरुआत न

नई पीढ़ी ने बढ़ाया नाम

डॉक्टर सुषमा दिक्षित बताती हैं कि उनके पति एसके दीक्षित फिजिशियन हैं वह दोनों साथ में ही प्रैक्टिस करते हैं कितने वर्षों की प्रैक्टिस के बाद पेशेंट में जो भरोसा बना उसे अब परिवार की नई पीढ़ी और मजबूत कर रही है बेटी सोनल द्विवेदी भी एप्स एंड गायनी स्पेशलिस्ट हैं जो कि इनफर्टिलिटी के क्षेत्र में अच्छा काम कर रही है दमाद डॉक्टर अरुण प्रकाश द्विवेदी सिटी के 1 मार्च सुपर स्पेशलिस्ट कैंसर सर्जन है देश में कैंसर ट्रीटमेंट के सबसे भरोसेमंद नाम टाटा कैंसर हॉस्पिटल में काम करने के बाद व कानपुर आए यहां उन्होंने धन्वंतरी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के जरिए कैंसर ट्रीटमेंट में काम करना शुरू किया धन्वंतरी हॉस्पिटल के लिए शहर में एक भरोसेमंद नाम बन चुका है जोकि इंटेंसिवबिस्ट और क्रिटिकल केयर एक्सपर्ट है बहू डॉक्टर खुशबू दीक्षित भी आपसे एंड गाइनिक एक्सपर्ट हैं यहां सभी 13 की तरह हॉस्पिटल में पेशेंट की हर परेशानी का सलूशन करते हैं

कोरोना काल में ट्रीटमेंट के साथ खाना भी

डॉ सुषमा और उनकी फैमिली के सभी डॉक्टर्स ने करो ना कॉल में नॉन को विद पेशेंट की परेशानी को समझते हुए खतरे के बाद भी काम नहीं रोका करुणा से बचाव के इंतजाम करते हुए को व्हाट्सएप ओपीडी शुरू की हॉस्पिटल में भी ट्राई एज एरिया और होल्डिंग एरिया बनाएं काफी संख्या में ऐसे पेशेंट जो की मजबूरी में हॉस्पिटल नहीं आ सकते थे उनका टेलीमेडिसिन के जरिए उपचार किया साथ ही इलाज के लिए जरूरी दवाओं को घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की करुणा काल में मरीजों और उनके तीन तारों की मुश्किलों की समझते हो जनता रसोई शुरू की गई जिसमें मरीज उनके तीन दरों के अलावा सैकड़ों लोगों ने रोज फ्री खाना वितरण किया गया

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YASHODA NAGAR (50 BEDS)

NEW KABEERA HOSPITAL

BARRA-2 (30 BEDS)

GAYATRI MISSION HOSPITAL

KIDWAI NAGAR (30 BEDS)

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